आलोक तोमर को लोग जानते भी हैं और नहीं भी जानते. उनके वारे में वहुत सारे किस्से कहे जाते हैं, ज्यादातर सच और मामूली और कुछ कल्पित और खतरनाक. दो बार तिहाड़ जेल और कई बार विदेश हो आए आलोक तोमर ने भारत में काश्मीर से ले कर कालाहांडी के सच बता कर लोगों को स्तब्ध भी किया है तो दिल्ली के एक पुलिस अफसर से पंजा भिडा कर जेल भी गए हैं. वे दाऊद इब्राहीम से भी मिले हैं और रजनीश से भी. वे टी वी, अखबार, और इंटरनेट की पत्रकारिता करते हैं.

Monday, March 10, 2008

एक और एडमिरल और वही अभिषेक वर्मा




एक और एडमिरल और वही अभिषेक वर्मा
डेटलाइन इंडिया
नई दिल्ली, 10 मार्च-देश भर में सनसनी फैला देने वाले नेवी वॉर रूम लीक घोटाले में सीबीआई अभी तक इतने सुबूत भी जमा नहीं कर पाई है कि अभियुक्तों के खिलाफ एक पूरी चार्जशीट दाखिल की जा सके। पिछले चार वर्षों में लगातार अंतरिम आरोप पत्र दाखिल होते रहे हैं और लगातार यह कहा जाता रहा है कि इस मामले का मुख्य अभियुक्त रविशंकरन देश से फरार है और उसके मिलने के बाद ही घोटाले की पूरी सूरत सामने आएगी।

रविशंकरन नौसेना के पिछले अध्यक्ष एडमिरल अरुण प्रकाश के भतीजे हैं, मगर अज्ञात कारणों से सीबीआई ने उन्हें एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है। इसी मामले में रियर एडमिरल से ले कर कैप्टन स्तर तक के कई अधिकारी तिहाड़ जेल में मौजूद हैं और दिल्ली की तीस हजारी अदालत में जब भी पेशी होती है, तो मांग करते हैं कि उन पर मुकदमा तो शुरू किया जाए। दो को बहुत सारी शर्तें लगा कर जमानत दे दी गई है। इन सब पर मोटे तौर पर आरोप यह है कि वे नौसेना के रहस्य दुश्मन देशों को बेचते थे और चूंकि यह राजकीय गोपनीयता अधिनियम के उल्लंघन का मामला है इसीलिए बाकी को जमानत नहीं मिल पा रही।

इन बाकी में एकमात्र गैर सैनिक अभिषक वर्मा है, जो इस पूरे मामले का सूत्रधार कहा जाता है। अभिषेक वर्मा इंदिरा गांधी के विश्वासपात्र कांग्रेस महासचिव और सांसद रहे हिंदी के प्रसिध्द कवि श्रीकांत वर्मा का बेटा है। उसकी मां वीणा वर्मा भी तीन बार कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं। देश-विदेश में अपनी संपत्तियों और मोटे बैंक खातों के अलावा अपनी रंगीन जीवन शैली के लिए मशहूर अभिषेक वर्मा पहले भी कानूनी विवादों में घिरते रहे हैं और इनकम टैक्स के एक अधिकारी के साथ मिल कर अवैध उगाही करने के आरोप में पहले भी जेल जा चुके हैं।

10, जनपथ से माता-पिता के कारण अभिषेक वर्मा के पारिवारिक संबंध रहे हैं और एक जमाने में वे राहुल गांधी के काफी करीब हुआ करते थे। उनके ही एक बयान पर सोनिया गांधी के सचिव विन्सेंट जॉर्ज के खिलाफ अंडरवर्ल्ड और सीधे दाऊद इब्राहीम से संपर्क होने के मामले में जांच भी हुई थी। मूलत: विलासपुर, छत्तीसगढ़ का रहने वाला वर्मा परिवार बहुत मामूली पृष्ठभूमि का था, लेकिन अभिषेक ने कम-से-कम तीन सौ करोड़ रुपए और देश-विदेश में संपत्त्तियां कमाईं। इस मामले के राजनैतिक कोण की वजह से भी यह लटक रहा है और नतीजा भुगत रहे हैं नौसेना के वे अधिकारी, जो अब तक हुई जांच के हिसाब से निर्दोष भी साबित हो सकते हैं।

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